आँखों में हैं बहते सपने
नींदों का उड़ जाना इस तरह
जाड़े की सर्द हवाओं का
दिल को छू जाना इस तरह
यादों से मन को भिगोने
बेमौसम बारिश का आना इस तरह
भोर की किरणों के संग ही
चिड़ियों का गाना इस तरह
धड़कनें भी लय में आयीं
साँसों का आना जाना इस तरह
यूँ लगता है मानो आया
चाहत का ज़माना इस तरह।
नींदों का उड़ जाना इस तरह
जाड़े की सर्द हवाओं का
दिल को छू जाना इस तरह
यादों से मन को भिगोने
बेमौसम बारिश का आना इस तरह
भोर की किरणों के संग ही
चिड़ियों का गाना इस तरह
धड़कनें भी लय में आयीं
साँसों का आना जाना इस तरह
यूँ लगता है मानो आया
चाहत का ज़माना इस तरह।
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