मेरी भावनाएँ शब्दों में ...
सटीक सार्थक रचना है …सच में नैतिकता केवल कहने की बात हो गई है आजकल,एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप चल रहा है लेकिन उन फूलों का क्या जो खिलने से पहले ही मुरझा गए !bahut bahut aabhar !
सटीक सार्थक रचना है …सच में नैतिकता केवल कहने की बात हो
जवाब देंहटाएंगई है आजकल,एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप चल रहा है लेकिन उन
फूलों का क्या जो खिलने से पहले ही मुरझा गए !
bahut bahut aabhar !