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रविवार, 9 जून 2013

बूँद

बादलों में था छुपकर बैठा

बारिश के संग आया हूँ
पेड़ों पर भी नृत्य किया है
पर्वत से टकराया हूँ।

पत्तों पर आराम किया है
लहरों पर लहराया हूँ
जब थका नदियों में बहकर
दूब पर बैठ इतराया हूँ।

तेरे नयनों की बूँद बना मैं
देख तेरा सरमाया हूँ ...

शनिवार, 8 जून 2013

बूँदों की बारात

दूर गगन से आई देखो 

बूँदों की बारात
अवनि का अंतर धुला
धुल गयी है रात।

निर्झर सा बहने लगा
जीवन का संगीत
गलबाहीं वृक्षों ने डाली
चहुँओर है प्रीत।

पुलकित हुई नयनों की ज्योति
हर्षित मन का मोर हुआ
नृत्य कर रहीं फूल-पत्तियाँ
रिमझिम रिमझिम शोर हुआ।

शनिवार, 1 जून 2013

तुम आ जाओ तो बात बने

वीरान रात सी वीरान ज़िन्दगी

सपने भी तो वीरान से हैं
अब तो नये हालात बनें
तुम आ जाओ तो बात बने ।

तन्हा चाँद है, तन्हा दिल है
मैं भी तो तन्हा सा हूँ
अब तो कोई साथ बने
तुम आ जाओ तो बात बने।

दूर है मंजिल, दूर हो तुम भी
खुशियाँ भी तो दूर ही हैं
अब तो एक मुलाकात बने
तुम आ जाओ तो बात बने।

ठण्डी साँसें,  ठण्डी आँहें
रिश्ते भी ठंडे से हैं
अब तो गरम ज़ज्बात बने
तुम आ जाओ तो बात बने।

खुश थीं आँखें, खुश थीं बाहें
हम दोनों भी खुश से थे
फिर से वही शुरुआत बने
तुम आ जाओ तो बात बने।